पटना. राजस्थान में उदयपुर के राज परिवार की संपत्ति विवाद अभी चर्चा में है. वहां मेवाड़ों के बीच की लड़ाई अब सार्वजनिक तौर पर दिख रही है. वहीं, इसी कड़ी में अब बिहार के भी एक राज परिवार की संपत्ति भी सुर्खियों में आ गई है, क्योंकि बिहार के बेतिया राज परिवार की संपत्ति को लेकर नीतीश सरकार ने बड़ी तैयारी कर ली है. दरअसल, बिहार में शीतकालीन सत्र चल रहा है और इसको लेकर नीतीश सरकार एक बड़ा बिल लाने जा रही है जो बेतिया राज की संपत्ति को लेकर है.
बिहार सरकार के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल बेतिया राज की संपत्ति को लेकर सदन में एक विधेयक लाने वाले हैं. इस बिल के पारित होने के बाद बेतिया राज की 7960 करोड़ की जमीन बिहार सरकार के अधिकार में आ जाएगी. बता दें कि फिलहाल राज्य सरकार बेतिया राज की संपत्ति की देखभाल करती है.
दरअसल, बेतिया राज की यूपी और बिहार में 15, 358 एकड़ 60 डेसिमल 133 वर्ग कड़ी जमीन है जो कि बिहार में पटना, छपरा, सीवान, गोपालगंज और मोतिहारी में तो वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज, बनारस, प्रयागराज, कुशीनगर और मिर्जापुर में है. यहां यह बता दें कि बेतिया राज की उत्तर प्रदेश की लगभग 100% जमीनों पर अवैध कब्जा हो चुका है.
गौरतलब कि अभी भी बिहार सरकार ने एडीएम रैंक के अधिकारी को इन संपत्तियों की देखरेख के लिए मैनेजर नियुक्त किया जाता है. अब इसको लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल की ओर से बेतिया राज की संपत्तियों को लेकर एक बिल सदन में रखा जाएगा. इसके पारित होने के बाद बेतिया राज की 7960 करोड़ की जमीन बिहार सरकार के अधीन में आ जाएगी.