उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के पीछे तुर्क और पठान के बीच वर्चस्व की राजनीति को मुख्य वजह बताया जा रहा है. योगी सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल ने ऐसा दावा अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर किया है.
योगी सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल का दावा है कि संभल में हिंसा तुर्क सांसद जिया उर रहमान बर्क और स्थानीय पठान विधायक इकबाल महमूद के बीच राजनीतिक वर्चस्व की वजह से हुआ. दोनों की लड़ाई में चार लोगों की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद अब पुलिस उन नकाबपोश उपद्रवियों की तलाश कर रही है, जिन्होंने जमकर उत्पात मचाया था. पुलिस के हाथ कई ऐसे वीडियो लगे हैं. कोर्ट के आदेश के बाद जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. डीएम ने जांच कमेटी गठित कर सात दिन में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. उधर संभल हिंसा पर सियासत भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी का एक डेलीगेशन जल्द ही संभल जाएगा. राज्यसभा सांसद जावेद अली ने बताया कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मुलाक़ात कर उनका दुख-दर्द बांटेगा. इस बीच संभल हिंसा में पर डीएम और पुलिस अधीक्षक ने खुलासा किया है कि पूरी घटना सुनियोजित थी. रात में ही इसकी स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी थी. हिंसा के लिए व्हाट्सऐप मैसेज भेजकर मस्जिद के पास भीड़ बुलाई गई थी. डीएम के मुताबिक भीड़ का निशाना पुलिस थी. गौरतलब है कि संभल हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हैं. संभल हिंसा के बाद पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल है. फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण शांति है. इलाके में पीएसी के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स भी लगाया गया है. हिंसा प्रभावित इलाके में बाहरी लोगों के आने पर रोक लगाई गई है. साथ ही इंटरनेट सेवा मंगलवार को भी बंद रहेगी.